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हमारी सेवायें

समष्टि दोष कष्ट मुक्ति नाम संकल्प - एकादश हनुमान चालीसा पाठ:

यह पवित्र साधना हनुमान जी की कृपा से जीवन के समस्त दोषों और कष्टों से मुक्ति दिलाने हेतु विशेष रूप से संकल्पित की गई है। निरंतर एकादश (11 बार) हनुमान चालीसा का पाठ करके व्यक्ति अपने जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन ला सकता है।

 

1) आर्थिक समृद्धि हेतु

व्यापार, नौकरी और आर्थिक हानि से स्थायी कष्ट मुक्ति के लिए संकल्प करें:

• आर्थिक संकट, दरिद्रता, बेरोजगारी के लिए

• नौकरी या व्यापार में असफलता के लिए

• धोखा, झूठे वादों से नुकसान के लिए

• कोर्ट-कचहरी के मामले के लिए

 

2) पारिवारिक सुख हेतु

 

विवाह, बच्चे और परिवार की समस्याओं से कष्ट मुक्ति के लिए संकल्प करें:

• शादी में देरी, मांगलिक दोष के लिए

• दाम्पत्य जीवन में तनाव, परिवार या ससुराल में कलेश के लिए

• संतान प्राप्ति में बाधा, संतान से दूरी के लिए

• बच्चों की शिक्षा में बाधा, पढ़ाई में ध्यान न लगना के लिए

• पारिवारिक रिश्तों में तनाव के लिए

 

3) स्वास्थ्य लाभ हेतु

 

रोग, व्याधि और पीड़ा से स्थायी कष्ट मुक्ति के लिए संकल्प करें:

• शारीरिक रोग (आँख, सिर, हृदय) के लिए

• हड्डी, नसों की समस्या के लिए

• त्वचा रोग, खून संबंधित रोग के लिए

• मानसिक तनाव, अकेलापन, डिप्रेशन के लिए

​​

4) ग्रह दोष निवारण हेतु

 

ग्रह दोष के विकार से स्थायी कष्ट मुक्ति के लिए संकल्प करें:

• कालसर्प दोष के लिए

• राहु-केतु-शनि दोष (साढ़ेसाती, ढैय्या) के लिए

• पितृ दोष (ऊपरी संकट, छुपे हुए रोग) के लिए

 

5) मनोकामना पूर्ति हेतु

मनोकामना पूर्ति के लिए संकल्प करें:

• घर, मकान, दुकान या फैक्ट्री बनाने के लिए

• वाहन प्राप्ति की मनोकामना के लिए

• विदेश यात्रा की मनोकामना के लिए

• मनचाहे जीवनसाथी या विशेष व्यक्ति से विवाह के लिए

• विशेष करियर या रोजगार की मनोकामना के लिए

• अन्य किसी विशिष्ट इच्छा पूर्ति की मनोकामना के लिए

 

अपेक्षित लाभ:

यह साधना भक्तों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर समग्र कल्याण प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। निरंतर पांच शनिवार तक इस साधना को करने से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

 

• आर्थिक स्थिति में सुधार

• मनोकामनाओं की पूर्ति

• समस्त बाधाओं का निवारण

• पारिवारिक सुख-शांति

• स्वास्थ्य लाभ

• आध्यात्मिक उन्नति

• मानसिक शांति और स्थिरता

 

इस पवित्र साधना को पूर्ण श्रद्धा, विश्वास और नियमितता के साथ करने से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। भक्त के जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं दूर हो जाती हैं और जीवन में खुशहाली का प्रवेश होता है।

 

जो सुमिरै हनुमान बलबीरा |

होय सिद्ध साधन सब मेरा॥

विशेष महत्व:

 

1) समष्टि दोष निवारण-

व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर व्याप्त सभी दोषों का शमन करना। इसमें ग्रह दोष, वास्तु दोष, कर्म दोष और पितृ दोष आदि सम्मिलित हैं।

 

2) कष्ट मुक्ति:

जीवन में आने वाली समस्याओं, बाधाओं और संकटों से मुक्ति प्राप्त करना। इसमें स्वास्थ्य, धन, रिश्ते और करियर संबंधी समस्याएं शामिल हैं।

 

3) एकादश पाठ की शक्ति:

11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

 

4) शनिवार का विशेष महत्व:

शनि देव की कृपा प्राप्ति और शनि दोष से मुक्ति के लिए शनिवार का दिन विशेष रूप से चुना गया है।

 

5) आध्यात्मिक उन्नति:

हनुमान चालीसा के नियमित पाठ से मानसिक शुद्धता, भक्ति भावना में वृद्धि और आध्यात्मिक चेतना का विकास।

 

6) सामूहिक कल्याण:

केवल व्यक्तिगत लाभ नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के कल्याण हेतु सामूहिक संकल्प का निर्माण।

स्वयं साधना विधि-

साधना का समय:

​प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व या सायंकाल सूर्यास्त के समय सर्वोत्तम है।

स्थान की तैयारी:

​साधना स्थल को स्वच्छ करके हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। दीप प्रज्ज्वलित करें।

संकल्प विधि:

  1. सर्वप्रथम गणेश जी का स्मरण करें

  2. अपने इष्ट देव का स्मरण करें

  3. हनुमान जी से प्रार्थना करते हुए संकल्प लें

  4. स्पष्ट शब्दों में अपनी समस्या बताकर समाधान की प्रार्थना करें

 

पाठ विधि:

  1. हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें (समय 1 से 1.5 घंटा)

  2. प्रत्येक पाठ के बाद "हनुमान जी की जय" बोलें

  3. पूर्ण पाठ के बाद हनुमान आरती करें

  4. प्रसाद वितरण करें

 

आवश्यक सामग्री:

  • हनुमान चालीसा पुस्तक

  • हनुमान जी की तस्वीर/मूर्ति

  • दीपक और तेल

  • अगरबत्ती या धूप

  • लाल फूल (गुलाब/गेंदा)

  • प्रसाद (लड्डू/केला/तिल के लड्डू)

  • लाल कपड़ा

  • कलावा (लाल धागा)

 

पाठ के दौरान सावधानियां:

  • पूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव से पाठ करें

  • मन को एकाग्र रखें

  • बीच में बात न करें

  • मोबाइल का प्रयोग न करें

 

दैनिक नियम:

  • सात्विक आहार लें

  • क्रोध और कटु वचनों से बचें

  • दान-पुण्य करें

  • गरीबों की सेवा करें

 

अनुमानित खर्च:

आपके द्वारा स्वयं नाम संकल्प - एकादश हनुमान चालीसा पाठ का एक चक्र आयोजित करवाने का खर्च, पंडित और स्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकता है

आमतौर पर, नाम संकल्प - एकादश हनुमान चालीसा पाठ का एक चक्र के लिए 2100 रुपये से 5100 रुपये तक का खर्च आ सकता है। इसमें पंडित की फीस, पूजा सामग्री और स्थान का किराया शामिल है।

पंडित की फीस: यह पंडित की प्रतिष्ठा, अनुभव और स्थान पर निर्भर करता है। कुछ पंडित 2100 रुपये में एकादश हनुमान चालीसा पाठ कर सकते हैं, तो कुछ 5100 रुपये भी ले सकते हैं प्रति चक्र। 

पूजा सामग्री: इसमें फूल, फल, धूप, दीप, अगरबत्ती, प्रसाद आदि शामिल होते हैं। लगभग 200 - 500 रुपये प्रति चक्र

स्थान का किराया: यदि आप किसी मंदिर या धार्मिक स्थान पर पाठ करवाते हैं, तो आपको स्थान का किराया या दान भी देना पड़ सकता है। 500 - 1000 तक प्रतिदिन

अन्य कारक:

अनुष्ठान की अवधि:

​यदि आप एक चक्र से अधिक चक्र का पाठ करवाते हैं तो आपका खर्च उसी के अनुपात में बढ़ता जाएगा

पंडित की यात्रा:

​यदि पंडित आपके घर आकर पाठ करते हैं, तो आपको उनकी यात्रा का खर्च भी देना पड़ सकता है।

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