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एकादश हनुमान चालीसा किसके लिए और क्यों उपयोगी

"इस अनुभाग को पढ़कर माताएँ और बहनें विशेष रूप से अपने घर-परिवार की रक्षा के लिए निर्णय ले सकेंगी"

जब मन टूटता है, तब हनुमान जोड़ते है | 

जब हर द्वार बंद हो जाए, तो नया द्वार खोलते हैं ||

🌿 मुख्य प्रभाव:

  •  पितृ दोष

  •  कालसर्प दोष

  •  मंगल ग्रह दोष निवारण

  •  आर्थिक समृद्धि में वृद्धि

  •  कार्य में बार-बार रुकावट

  •  न्यायिक मामलों में फँसाव

  •  शारीरिक / मानसिक संकट

  •  पारिवारिक कलह का निवारण

  •  परिवार की सुख-समृद्धि में वृद्धि

  •  भय, कर्ज़ गंभीर रोगों से मुक्ति

  •  जीवन में भारी बाधा, असफलता

  •  कर्म शुद्धिकरण और पुण्य संचय

  •  जीवन में संतुलन और सामंजस्य

  •  बुरे स्वप्न, भूत-प्रेत बाधा निवारण

  •  व्यापार और नौकरी में बाधा निवारण

  •  परीक्षा या प्रतियोगिता में असफलता

  •  राहु, केतु के कष्टकारी प्रभाव का शमन

  •  सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का नाश

  •  आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति

  •  शनि की साढ़े साती और अष्टम शनि में राहत

  •  जब एक से अधिक ग्रह (या संपूर्ण कुंडली में गड़बड़ी) हो

​​

🌿 विशेषताएं:

  • तुरंत परिणाम देने वाला

  • नकारात्मकता से सुरक्षा

  • सबसे व्यापक और समग्र उपाय

  • दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव

  • असम्भव कार्य को संभव करना

  • आत्मिक संतुष्टि प्रदान करता है

  • कर्म की गति को परिवर्तित करना

  • समस्त नौ ग्रहों का सामूहिक संतुलन

  • सबसे सरल और सुविधाजनक उपाय

  • न्यूनतम समय और धन की आवश्यकता

  • क्लेशों की निवृत्ति, अत्यंत शक्तिशाली और गहन प्रभाव

  • ग्रहों के बीच सामंजस्य, शक्ति संतुलन, जीवन की दिशा में सुधार

 

​​🌿 किनके लिए:

  • जिनके घर में बोलचाल बंद, रिश्तों में दूरी हो।

  • जिनके पति क्रोधित, अस्थिर, अवसादग्रस्त हों।

  • जिनके बेटियों की शादी में बार-बार अड़चन आती हो।

  • ​​जिनके व्यापार या नौकरी  में बार-बार रुकावट आ रही हो।

  • जिनके घर में लगातार एक के बाद एक विपत्ति आ रही हो।

  • जब कई ग्रह एकसाथ कुपित हों, या कुंडली अत्यंत अशुभ हो

  • जो महिलाएँ बार-बार महसूस करें कि कोई नज़र है, कोई बाधा है।

  • जिन स्त्रियों ने गर्भपात, संतान बाधा, या पितृ दोष का दर्द सहा हो।

  • जिन महिलाओं ने संतान, पति या माता-पिता को अचानक खोया हो।

  • जिनके घर में डर, तनाव, चिंता, बच्चों के बुरे स्वप्न लगातार आते हैं।

  • जिन माताओं को लगने लगा हो कि बच्चा चुपचाप बुझा-बुझा सा रहता है।

  • जिनके घर में बार-बार बीमारी, ऑपरेशन, दुर्घटना जैसी घटनाएँ हो रही हों।

  • जो स्त्रियाँ अपनी पुण्य से पति या संतान के ग्रह दोष शमन करना चाहती हैं।

  • जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष, शनि की साढ़ेसाती, मारक दशा एक साथ चल रही हो।

  • जो मानसिक रूप से कहती हैं — “हे प्रभु, मेरे पास आंसू हैं, लेकिन धन नहीं। मुझे भी उपाय दो।”

  • जो महिलायें ये चाहती हैं की उनके घर परिवार पर कभी कोई संकट आए ही ना, इसके लिए निरंतर दान सेवा करते रहना चाहिए

 

​​ 🔥 क्यों करें:

  • जैसे कोई अदृश्य कवच आपके पूरे परिवार को ढक लेता है।

  • क्योंकि यह उपाय समस्त नवग्रहों के संतुलन को पुनः स्थापित करता है।

  • क्योंकि हनुमान चालीसा मन की मुरझाई हुई शक्ति को दोबारा जगाती है।

  • क्योंकि यह हनुमान जी के उस रूप का आवाहन है, जो असंभव को संभव करते हैं।

  • हर चौपाई उस महिला के लिए ढाल बन जाती है, जो अकेले अपने परिवार के लिए लड़ रही है।

​​

📿 कब करें:

  • पर्व और त्योहारों पर

  • शादी की सालगिरह पर

  • बच्चों के जन्मदिन पर

  • अपना घर बनवाने के लिए

  • बच्चों के शुभ विवाह के लिए

  • बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए

  • नए व्यापार या नौकरी के लिए

  • अपने बुजुर्गों की पुण्यतिथि पर

  • जब एक से अधिक और उग्र ग्रह दोष हों

  • माता पिता के जन्मदिन के उपलक्ष्य में

  • नया वाहन लेने के लिए या लेने के बाद

  • बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए

  • केतु दोष, पितृ दोष, और व्यापारिक समस्याओं के लिए

  • गंभीर ग्रह दोष, कालसर्प दोष, और जीवन-मृत्यु संकट में

  • जब जीवन में रोग, शोक, विघ्न, पाप कर्मों का प्रबल प्रभाव हो

  • जब जीवन में अचानक भय, विवाद, दुर्घटना या मानसिक तनाव हो

  • जब लंबे समय से कोई कार्य बन नहीं रहा हो या राहु-केतु का प्रभाव चल रहा हो

 

📿 कैसे करें:

  • शिक्षित व गुणी, विद्वान ब्राह्मण के माध्यम से।

  • यजमान के नाम से संकल्प करवा कर “कष्ट मुक्ति 11 पाठ हनुमान चालीसा” प्रथम बार बिल्कुल निःशुल्क करवा सकती हैं |

  • यह सामूहिक पाठ प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को को किया जाता है | नाम संकल्प के लिए अग्रिम पंजीकरण आवश्यक है |​​

🪔 विशेष:

  • यह साधना स्व-संरक्षण और मानसिक शक्ति बढ़ाने के लिए सबसे सरल एवं प्रभावशाली नित्य करने योग्य उपाय है।

  • यह ‘कर्म सुधार’ की सीधी विधि है। विशेष रूप से शनि, राहु-केतु के लिए अत्यंत प्रभावी।

  • यह एक प्रामाणिक वैदिक विधि है जो सभी ग्रहों को शांत कर सामूहिक ऊर्जा उत्पन्न करती है।

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