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आरती देवी, उम्र: 60 वर्ष, गृहिणी, लुधियाना
"मेरे बेटे की कुंडली में शनी दोष और राहू का बहुत भारी प्रभाव था। हम बहुत परेशान थे। फिर जब कष्ट मुक्तेश्वर सेवा समिति के पास गए और उन्होंने कहा एकादश हनुमान चालीसा का पाठ करवाओ, तो हमने किया। धीरे धीरे घर का माहौल ही बदल गया।
अब तो बेटा नौकरी पे भी टिक गया है और उसका मन भी शांत रहता है। पहले तो हमेशा गुस्से में रहता था। अब लगता है जैसे हनुमान जी की सच में कृपा हो गई है हम पे। कितना अच्छा लगता है देख कर।"
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