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अर्जुन ठाकुर (उम्र: 18 वर्ष, छात्र, चंडीगढ़)
मुझे हमेशा डर लगता रहता था, रात को नींद भी नहीं आती थी। मम्मी ने बोला कि शायद कोई ग्रह की समस्या है। उन्होंने मुझसे हनुमान चालीसा का पाठ कराया, एकादश भी कराया। सच में मेरा बर्ताव पूरा बदल गया है। अब मैं काफी शांत रहता हूँ और खुद पर भरोसा भी है। हनुमान जी ने सच में मेरी जिंदगी बचाई है।
पहले तो मैं इन सब बातों पर ज्यादा यकीन नहीं करता था लेकिन जब से पाठ शुरू किया है, मन में एक अजीब सा सुकून मिलता है। अब डर भी कम लगता है।
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